उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से तीस्ता नदी बेसिन में अचानक आई बाढ़ में बुधवार को पांच लोगों की मौत हो गई और सेना के 23 जवान लापता हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण देर रात करीब डेढ़ बजे शुरू हुई बाढ़ और गंभीर हो गई। गंगटोक के एसडीएम महेंद्र छेत्री ने कहा, ‘गोलितार और सिंगताम क्षेत्र से पांच शव बरामद किए गए हैं, जबकि तीन लोगों को गोलितर से बचाया गया है।’
एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘राज्य की राजधानी गंगटोक से 30 किलोमीटर दूर सिंगतम में एक स्टील पुल (जिसे इंद्रेनी पुल के नाम से जाना जाता है) बुधवार तड़के तीस्ता नदी के पानी में पूरी तरह बह गया।’ सिक्किम सरकार ने एक अधिसूचना में कहा कि प्राकृतिक आपदा को आपदा घोषित किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, उफनती तीस्ता नदी के कारण प्रमुख सड़कें और पुल बह गए हैं। इस बीच बादल फटने से राष्ट्रीय राजमार्ग-10 समेत प्रमुख सड़कें बह गईं हैं। बादल फटने के बाद सिक्किम में अधिकारियों ने अलर्ट जारी कर दिया है।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने से निचले हिस्से में जलस्तर अचानक 15-20 फुट ऊंचा हो गया। उन्होंने कहा, ‘सेना के 23 जवानों के लापता होने की खबर है और 41 वाहन मलबे में डूबे हुए हैं।’
तीस्ता बेसिन में स्थित दिक्चू, सिंगतम और रंगपो सहित कई शहरों में भी नदी में उफान के कारण बाढ़ आ गई है। शिक्षा विभाग ने एक सर्कुलर में कहा कि मंगन, गंगटोक, पाकयोंग और नामची जिलों में स्थित सभी स्कूल आठ अक्तूबर तक बंद रहेंगे। अधिकारियों ने बताया कि सिक्किम को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-10 के कुछ हिस्से बह गए और उत्तर बंगाल तथा बांग्लादेश के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।
इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री पीएस गोले ने सिंगतम में घटनास्थल का दौरा किया और हर मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने जिला प्रशासन और नागरिक समाज के लोगों से मुलाकात की। इस बीच, युद्धस्तर पर राहत व बचाव कार्य जारी है।
वहीं, पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने कहा कि तीस्ता बैराज से तीन शव बरामद किए गए हैं। शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। हमने निकासी का काम शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि कोई जनहानि नहीं होगी। कलिमपोंग के एक परिवार को हम बचाकर ले आए थे, लेकिन वे हमारे कैंप से वापस चले गए और फंस गए। हमने सेना की एक टुकड़ी भेजी है और वे उन्हें ढूंढने का प्रयास कर रही है।