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धरना प्रदर्शन करते प्रथम गल्ला व्यापारी किसान कल्याण समिति के पदाधिकारी
– फोटो : संवाद
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अलीगढ़ की धनीपुर मंडी में लगातार चौथे दिन भी शुक्रवार को गल्ला मंडी बंद रही। बड़े थोक व्यापारियों द्वारा छोटे व्यापारियों को शासनादेश के अनुसार छोटे व्यापारियों को तय दो प्रतिशत कमीशन न देने एवं 72 घंटे में किसानों का भुगतान न करने आदि मांगों को लेकर गल्ला व्यापारी धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे रोजाना लाखों रुपये का कारोबार प्रभावित हो रहा है और किसान अपने खाद्यान्न को बेचने के लिए परेशान हो रहे हैं।
उधर, व्यापारियों के समर्थन में गभाना एवं हरदुआगंज की अनाज मंडी भी बंद रहीं और व्यापारी धरने में शामिल हुए। धनीपुर मंडी स्थित गल्ला व्यापारी विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार से अनिश्चतकालीन हड़ताल पर हैं। चौथे दिन उन्होंने मंडी को बंद रखते हुए गेट के बाहर नारेबाजी करते हुए धरना -प्रदर्शन किया। प्रथम गल्ला व्यापारी किसान कल्याण समिति के बैनर तले चल रही हड़ताल में वक्ताओं ने कहा कि थोक व्यापारी अपनी हठधर्मी पर बैठे हुए हैं और खाद्यान्न खरीदने के बदले उन्हें दो प्रतिशत कमीशन नहीं दे रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन के स्तर से उनकी समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया जा रहा है। उन्होंने ऐलान किया कि इस शोषण के विरोध में उनका चल रहा धरना-प्रदर्शन एवं हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक मांगें पूरी न हो जाएं। अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह रौबी ठाकुर ने कहा कि मांगे पूरी न होने पर व्यापारी नेता मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में क्रमिक अनशन किया गया।
इसके बाद अब भूख हड़ताल, आमरण अनशन किया जाएगा। यहां प्रथम गल्ला व्यापारी किसान कल्याण समिति के संरक्षक योगेंद्र पाल सिंह लालू, मनवीर सिंह, मनोज सिंह, कमलेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष मदन शर्मा, हृदेश मित्तल, राजेश बघेल, पुष्पेंद्र सिंह, हरीशचंद्र, महासचिव जगदीश यादव, महामंत्री विक्की गुप्ता, कोषाध्यक्ष लोकेंद्र गुप्ता, मीडिया प्रभारी जसवीर सिंह, हरदुआगंज मंडी के अध्यक्ष प्रताप सिंह, गभाना के शिवकुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
धनीपुर मंडी स्थित गल्ला व्यापारी विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार से अनिश्चतकालीन हड़ताल पर हैं। चौथे दिन उन्होंने मंडी को बंद रखते हुए गेट के बाहर नारेबाजी करते हुए धरना -प्रदर्शन किया।
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