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विस्तार
मेरठ जिले में राष्ट्रीय बुजुर्ग देखभाल मिशन को पलीता लग रहा है। पीएल शर्मा जिला अस्पताल में बुजुर्गों की परवाह के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए हैं। करीब छह साल पहले दस बेड का जिरियाट्रिक केयर वार्ड (वृद्धावस्था देखभाल वार्ड) बनाया गया। अलग से ओपीडी चलाने का प्रचार-प्रसार किया गया, मगर खाली पड़ा वार्ड गवाही दे रहा है कि धरातल पर कुछ नहीं है। स्टाफ न होने के कारण इस वार्ड में बुुजुर्ग मरीज भर्ती नहीं किए जा रहे हैं। न ही वृद्धों के लिए अलग से ओपीडी शुरू की गई है।
हर साल एक अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाया जाता है। बुजुर्गों के लिए चिंतन किया जाता है। बुजुर्गों के स्वास्थ्य की देखभाल के उद्देश्य से अक्तूबर 2017 में वृद्धावस्था देखभाल वार्ड को चालू किया गया था। दावा था कि यहां बुजुर्गों की अलग से विशेष देखभाल होगी। मनोरंजन और अध्यात्म के लिए म्यूजिक और टीवी भी लगाए जाएंगे। अलग ओपीडी होगी, लेकिन इसके लिए स्टाफ ही नहीं मिला। इस वजह से कुछ दिन बाद ही यहां मरीज भर्ती होने बंद हो गए।
ओपीडी और बाकी व्यवस्था भी परवान नहीं चढ़ सकी है। अब हाल यह है यह सामान्य वार्ड की तरह इस्तेमाल किया जाता है। जब मरीजों की संख्या ज्यादा हो जाती है तो इसका इस्तेमाल कर लिया जाता है, लेकिन सिर्फ बुजुर्ग ही इसमें भर्ती रहें, वार्ड के लिए अलग से स्टाफ हो। ऐसा अभी तक नहीं हो सका है।
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