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नियुक्ति पत्र वितरित करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : amar ujala
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उत्तर प्रदेश ने रोजगार के क्षेत्र अभूतपूर्व प्रगति की है। आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2017-18 में राष्ट्रीय स्तर पर बेरोजगारी दर 6.1 फीसदी थी, जो वर्ष 2022-23 में घटकर 3.4 फीसदी रह गई। वहीं, यूपी में बेरोजगारी दर वर्ष 2017-18 में 6.4 फीसदी थी, जो वर्ष 2022-23 में घटकर 2.6 फीसदी हो गई।
आंकड़ों के मुताबिक सरकार के मिशन रोजगार अभियान का असर दिख रहा है। साढ़े छह वर्ष में प्रदेश सरकार ने छह लाख युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ा है। प्रदेश में निजी क्षेत्र में भी निवेश बढ़ा है और नई नौकरियां व रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। माना जा रहा है कि इन प्रयासों से केवल पांच साल में बेरोजगारी दर में 3.8 फीसदी की कमी आई है। सीएम योगी लगातार युवाओं को नियुक्ति पत्र बांट रहे हैं।
इन विभागों को मिले हैं नियुक्ति पत्र
-पुलिस विभाग में लगभग डेढ़ लाख से अधिक नौकरियां दी गईं
-जुलाई-अगस्त में 13 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र
-अक्तूबर में 394 होम्योपैथिक फार्मासिस्ट को नियुक्ति पत्र
-लोकसेवा आयोग द्वारा चयनित 219 प्रधानाचार्य को नियुक्ति पत्र
-9 जून को 7182 एएनएम स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को नियुक्ति पत्र
-10 जून को एसजीपीजीआई में नवचयनित 1442 स्टॉफ नर्सों की नियुक्ति
-17 जून को 102 उद्यमी मित्रों की नियुक्ति व 232 करोड़ प्रोत्साहन राशि
-6 जुलाई को पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड द्वारा चयनित 1148 पदों पर नियुक्ति पत्र
-8 जुलाई को कुशल खिलाड़ी कोटे में चयनित 227 आरक्षियों को नियुक्ति पत्र
-13 जुलाई को 199 समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी की नियुक्ति
-311 कनिष्ठ सहायकों समेत कुल 510 लोगों को नियुक्ति पत्र
-15 जुलाई को अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 400 नवचयनित को पत्र
-18 जुलाई को नवचयनित 1573 एएनएम को नियुक्ति पत्र
-20 जुलाई को 700 नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र
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