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पाकिस्तान की सेना
– फोटो : पीटीआई
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पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने खैबर पख्तूनख्वा के स्वात जिले में एक खुफिया ऑपरेशन में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के पूर्व ग्रुप कमांडर को मार गिराया। पाक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑपरेशन में मारा गया पूर्व टीटीपी कमांडर स्वात घाटी में महिलाओं को कोड़े मारने के लिए कुख्यात था, उसकी पहचान नाइक मुहम्मद उर्फ उमर के रूप में की गई है।
पाकिस्तानी सेना और आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) ने स्वात के फिजागत क्षेत्र में इस सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। रिपोर्ट के अनुसार, आतंकी नाइक मुहम्मद स्वात में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के पूर्व प्रमुख मुल्ला फजलुल्लाह का करीबी सहयोगी था और स्वात में लोगों को तालिबानी सजा देने के लिए कुख्यात था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि उमर स्वात में सुरक्षा बलों के खिलाफ दर्जनों आतंकवादी हमलों में भी शामिल था। स्वात में ऑपरेशन के बाद वह अपने परिवार के साथ अफगानिस्तान भाग गया था। इसी साल की शुरुआत में, वह टीटीपी के दोबारा गठन के साथ स्वात में वापस आ गया और पुलिस अधिकारियों पर हमले शुरू कर दिए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आतंकी उमर टीटीपी के लिए जबरन वसूली भी करने लगा था। जून में, उसने अपने अन्य साथियों के साथ दो पुलिसकर्मियों पर हमला किया था। आतंकवादी कमांडर ने स्वात में कानून व्यवस्था बिगाड़ने के लिए आत्मघाती हमले भी करवाए। उसने आईईडी के जरिये डीपीओ को निशाना बनाने की भी योजना बनाई थी। पाकिस्तानी सेना स्वात घाटी में आतंकवादियों का सफाया करने में जुट गई है।
पीओके में प्रदर्शन, बिजली बिल भुगतान नहीं करने का एलान
इधर, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सरकार के खिलाफ लोगों को गुस्सा बढ़ता जा रहा है। बुनियादी सुविधाओं के अभाव व अनाप-शनाप बिजली बिल भेजे जाने के विरोध में लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। लोगों ने सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए एलान किया कि वे बिजली बिल का भुगतान नहीं करेंगे। महंगाई व बढ़े हुए बिजली बिल के कारण उनके परिवारों के सामने काफी परेशानियां पैदा हो रही हैं। लोगों का कहना है कि यह सिर्फ बिजली बिल का मामला नहीं है, बल्कि उस बिजली के मालिकाना हक का है, जिसका उत्पादन उनके क्षेत्र में होता है। लोगों ने कहा कि बिजली का उत्पादन उनके इलाके में होता है और उन्हें ही अधिक बिल भरना पड़ता है।
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