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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
– फोटो : सोशल मीडिया
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भारत को भविष्य की तकनीक में आगे करने और महज उपयोगकर्ता नहीं, बल्कि नेतृत्वकर्ता की भूमिका में लाने के लिए बंगलूरू में देश की पहली लाइव 6जी प्रयोगशाला गुरुवार को शुरू की गई। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस नोकिया 6जी प्रयोगशाला का उदघाटन किया। इसके जरिए अकादमिक क्षेत्र के अध्ययनकर्ताओं से लेकर स्टार्टअप्स तक तकनीक के विकास से जुड़े काम व शोध गतिविधियां अंजाम दे पाएंगे। साथ ही तकनीकी मानकों व उपयोगिता के क्षेत्र में भी काम होगा।
इस मौके पर अश्विनी वैष्णव ने कहा, डिजिटल इंडिया ने हम सभी भारतीयों के जीवन पर गंभीर असर डाला। भारत को इनोवेशन का हब बनाना, हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है। इसके तहत भारत और दुनिया के लिए डिजिटल तकनीकों का विकास भारत में ही किया जाना है। इसी दिशा में एक और कदम उठाते हुए बंगलूरू में यह नोकिया 6जी लैब शुरू की जा रही है। यहां से 6जी तकनीक के परिवहन सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, आदि के लिए उपयोग के रोचक मामलों पर अध्ययन होगा। यह पूरे डिजिटल इंडिया के लिए एक बड़ा योगदान होगा।’
भारत में 5जी की स्पीड कई बड़े देशों से तेज : नोकिया सीईओ
नोकिया कंपनी के सीईओ व अध्यक्ष पेक्का लुंडमार्क ने कहा कि भारत में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5जी नेटवर्क है। इसकी शुरुआत असाधारण तेजी से हुई थी। भारत में 5जी डाउनलोड स्पीड कई विकसित देशों से तेज है। अब तक हुए काम से हम संतुष्ट हैं, लेकिन अब भी बहुत काम हो सकता है। नोकिया भारतीय उद्योगों, समाज व लोगों की सेवा के लिए डिजिटल इंडिया को सहयोग देता रहेगा। उल्लेखनीय है कि लुंडमार्क ने मार्च में भारत यात्रा के दौरान पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इसी में 6जी शोध प्रयोगशाला बनाने पर चर्चा हुई थी।
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