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भाटपाररानी। एक सितंबर को मैरवा थाना क्षेत्र के दासनरहिया गांव के पास रेलवे ट्रैक पर युवती के शव मिलने की घटना का पुलिस ने शनिवार को खुलासा किया है। ट्रेन के ड्राइवर के मेमो को अहम मानते हुए पुलिस ने इसे आत्महत्या की घटना करार दिया है। इतना जरूर है कि जिन लोगों पर हत्या का केस दर्ज था उनमें से एक आरोपी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोपी मानते हुए पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस का मानना है कि विवेचना के दौरान हाथ-पैर बांधे जाने की घटना का भी खुलासा हो जाएगा। इसी कारण पुलिस ने अभी विवेचना बंद नहीं की है। वहीं, युवती की मां का आरोप है कि पुलिस आरोपियों के साथ मिली हुई है।
बनकटा थाना के एक गांव में छेड़खानी की शिकार युवती का शव एक सितंबर को रेल ट्रैक पर पाए जाने की घटना में पुलिस ने शनिवार को मुख्य अभियुक्त विजय कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने उसे पकड़ी नरहिया प्राइमरी विद्यालय से गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार ट्रेन के ड्राइवर ने मैरवा स्टेशन पर मेमो दिया था कि युवती ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली है। इसी को पुलिस ने आधार बनाते हुए हत्या की धारा 302 को 306 में तरमीम कर दिया है। जबकि दूसरी तरफ पुलिस का दावा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी आत्महत्या प्रतीत हो रहा है। वहीं, पुलिस के लिए सबसे गंभीर बात यह है कि रस्सी किसने बांधी, इसको लेकर पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है, इसके पहले आत्महत्या करार दिया है। युवती की मां ने पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाया है। घटना में पांच पर हत्या का केस दर्ज था। इसमें मुख्य आरोपी विजय कुमार को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य चार आरोपी सतीश, बेचू प्रसाद, जवाहरलाल, राजू पुलिस की पकड़ से दूर हैं। एसपी के निर्देश पर एसओजी घटना की जांच में जुटी हुई है।
एक बार फिर धारा में हो गया बदलाव
भाटपाररानी। आरोप है कि युवती से तीन माह पहले आरोपियों ने छेड़खानी, मारपीट और लूट की थी। इस मामले में पुलिस ने विवेचना के दौरान लूट की धारा हटा दी थी। अब एक बार फिर से हत्या का केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में तरमीम कर दिया है। संवाद
युवती की मां ने खुलासे पर जताया रोष
भाटपाररानी। युवती की मां का आरोप है कि उसकी बेटी की हत्या कर हाथ-पैर बांधकर रेल ट्रैक पर शव को रख दिया गया था। पुलिस ने इसे आत्महत्या करार दिया है। पहले से ही पुलिस मामले में शिथिलता बरतती रही। इसके कारण मुख्यमंत्री तक गुहार लगानी पड़ी। अगर मेरी बेटी ने आत्महत्या की है तो हाथ-पैर कैसे बंधे थे, जो रस्सी मौके से बरामद हुई है वह आरोपियों के घर में रेगनी बांधी गई थी। पुलिस ने मामले में लीपापोती कर दी है। संवाद
ट्रेन के ड्राइवर ने मेमो में आत्महत्या दर्शाया है जो पुलिस के लिए ठोस सबूत है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी आत्महत्या करने के संकेत मिले हैं। अभी विवेचना जारी है। रस्सी के बारे में भी जांच पड़ताल की जा रही है, जल्द ही मामले का विस्तार से खुलासा हो जाएगा।
– अंशुमन श्रीवास्तव, सीओ, भाटपाररानी
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