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अतरौली का 100 शैय्या संयुक्त चिकित्साल
– फोटो : फाइल फोटो
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अस्पताल पहुंचकर मरीज और तीमारदार अच्छे होने की उम्मीद बांध लेते हैं, पर अलीगढ़ के अतरौली स्थित 100 शैय्या संयुक्त सरकारी चिकित्सालय 24 घंटे से मरीजों के लिए काल बना हुआ है। अस्पताल में आपातकालीन सेवाएं न होने से 24 घंटे में तीन की जान चली गई।
अतरौली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की आपातकालीन सेवाएं लोगों की जिंदगी नहीं बचा पा रही हैं। यहां पहुंचने वाले गंभीर मरीजों को सिर्फ रेफर किया जा रहा है। अलीगढ़ पहुंचते-पहुंचते उनकी मौत हो रही है। बीते 24 घंटे में ऐसे तीन मामले सामने आ चुके हैं। अस्पताल में इलाज नहीं मिलने से मरीज काल के गाल में समा ।
अतरौली विधानसभा क्षेत्र से संदीप सिंह भाजपा के विधायक और राज्य मंत्री हैं। ये पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कल्याण सिंह की विधानसभा का प्रमुख सरकारी अस्पताल है। आपातकाल सेवाओं का बाकायदा रोस्टर जारी होने के बाद भी डॉक्टर यहां बहुत कम मिलते हैं। दोपहर 2 बजे के बाद केवल कुछ स्वास्थ्य कर्मी ही पूरा अस्पताल चलाते हैं। स्थानीय नेताओं ने बार-बार इसकी शिकायत की है, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ है।
24 घंटे में तीन मौत
- नवजात को जन्म देने के बाद अत्यधिक रक्तस्राव होने से दलपतपुर निवासी अनीता देवी ने शुक्रवार की सुबह दम तोड़ दिया था।
- मोहल्ल कटरा निवासी 45 वर्षीय गजेंद्र सिंह उर्फ बल्ले की शुक्रवार शाम को मौत हो गई, उनकों पेट में दर्द की शिकायत थी।
- पनेहरा निवासी आमिर बुखार से पीड़ित होने पर अस्पताल पहुंचा। इलाज नहीं मिलने से शनिवार की शाम उसकी भी मौत हो गई।
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