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ग्रेटा थनबर्ग
– फोटो : पीटीआई
विस्तार
इस्राइल हमास के बीच जारी युद्ध के बीच मशहूर पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने गाजा का समर्थन किया है। ग्रेटा ने गाजा में इस्राइली हमले में हो रही लोगों की मौतों पर दुख जताया और लोगों से इसके खिलाफ बोलने की अपील की। ग्रेटा ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया है। अब इस्राइल ने भी इस पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसकी खूब चर्चा हो रही है।
इस्राइल ने कसा तंज
ग्रेटा को सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए इस्राइल के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से ग्रेटा थनबर्ग को संबोधित करते हुए लिखा गया है कि ‘हमास ने अपने रॉकेट्स के लिए पर्यावरण के लिहाज से बेहतर चीजों का इस्तेमाल नहीं किया था, जिनसे मासूम इस्राइली नागरिकों की बर्बर हत्याएं की गईं। हमास के हमले में मारे गए लोग आपको दोस्त हो सकते हैं।’ इस्राइल ने इस पोस्ट में उन युवा इस्राइली नागरिकों की तस्वीरें भी पोस्ट की हैं, जो हमास के हमले में मारे गए।
इससे पहले ग्रेटा थनबर्ग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया। इस पोस्ट में ग्रेटा थनबर्ग और उनकी तीन अन्य दोस्त हाथों में प्लेकार्ड लेकर बैठी दिख रही हैं। इन प्लेकार्ड्स पर फलस्तीन और गाजा के समर्थन में लाइनें लिखी हुई हैं। पोस्ट में ग्रेटा ने लिखा कि ‘हम फलस्तीन और गाजा के प्रति अपना समर्थन जताते हैं। दुनिया को इसके खिलाफ बोलना चाहिए और तुरंत युद्ध रोकने और फलस्तीन के नागरिकों के लिए न्याय और आजादी की मांग करनी चाहिए।’
.@GretaThunberg, Hamas doesn’t use sustainable materials for their rockets which have BUTCHERED innocent Israelis .
The victims of the Hamas massacre could have been your friends.
Speak up. https://t.co/giHNJxeF6N pic.twitter.com/Z4orsm2UjD
— Israel ישראל 🇮🇱 (@Israel) October 20, 2023
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ग्रेटा थनबर्ग का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ ने इस्राइल का भी समर्थन किया है। एक यूजर ने इस्राइल के जवाब की आलोचना करते हुए लिखा कि ग्रेटा ने गाजा का समर्थन किया है ना कि हमास का। वहीं एक अन्य यूजर ने इस्राइल पर विक्टिम कार्ड खेलने का आरोप लगाया है। बता दें कि बीती 7 अक्तूबर को आतंकी संगठन हमास ने इस्राइल की सीमा में घुसकर आम लोगों को निशाना बनाया। इसके जवाब में इस्राइल द्वारा गाजा पट्टी पर लगातार बमबारी की जी रही है। इस लड़ाई में अभी तक 5500 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 1400 लोगों की जान इस्राइल में गई तो 4000 से ज्यादा लोगों की मौत गाजा पट्टी में हुई है।
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