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रामलला के दर्शन करते प्रधानमंत्री मोदी. फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
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रामनगरी में तैयार हो रहे भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को हो सकती है। काशी के विद्वानों ने प्राण प्रतिष्ठा के लिए जो तीन मुहूर्त निकाले हैं उनमें से 22 जनवरी सर्वोत्तम है। इसी के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि उसी दिन प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। हालांकि तारीख पर अंतिम मुहर प्रधानमंत्री कार्यालय से ही लगेगी।
प्राण प्रतिष्ठा को लेकर शनिवार को अयोध्या में पूरे दिन बैठकों का दौर चला। जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण समिति की बैठक में निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई। दूसरी तरफ रामकोट स्थित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय में विहिप के शीर्ष मंडल की बैठक में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों पर मंथन किया गया। यहां प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में पूरे भारत से लोगों को अयोध्या लाए जाने पर चर्चा हुई।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव 5 लाख गांव तक कैसे पहुंच सके इसको लेकर विचार चल रहा है। उन्होंने कहा कि समारोह में सबसे ज्यादा फोकस भीड़ नियंत्रण को लेकर है। अयोध्या में इतनी भीड़ आएगी तो अनुशासन बना रहे इस पर क्या रूपरेखा तैयार की जाय इस पर विचार हुआ।
बताया कि विहिप की केंद्रीय टोली व प्राण प्रतिष्ठा प्रबंधन समिति की बैठक 10 व 11 को भी होगी। इसके लिए विहिप के बड़े पदाधिकारी अयोध्या आ रहे हैं। विहिप की बैठक में शनिवार को संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले व पूर्व सरकार्यवाह भैयाजी जोशी भी शामिल रहे।
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