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खाद्य मुद्रास्फीति
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त्योहारों के दौरान देश में खाद्य पदार्थों की कीमतों में कोई बड़ा इजाफा नहीं होगा। उम्मीद है कि कीमतें स्थिर बनी रहेंगी। केंद्रीय खाद्य सचिव ने गुरुवार को यह भरोसा दिया। केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि त्योहारी सीजन के दौरान आवश्यक खाद्य वस्तुओं की कीमतें स्थिर रहेंगी। उन्होंने कहा कि चालू विपणन वर्ष 2023-24 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान चीनी निर्यात की अनुमति देने पर निर्णय कृषि मंत्रालय की ओर से गन्ने के उत्पादन अनुमान जारी करने के बाद लिया जाएगा।
केंद्रीय खाद्य सचिव गेहूं, चावल, चीनी और खाद्य तेलों जैसे प्रमुख आवश्यक खाद्य पदार्थों की घरेलू आपूर्ति और कीमतों के बारे में मीडिया को जानकारी दे रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘त्योहारी सीजन के दौरान कीमतें स्थिर रहने की उम्मीद है। हम त्योहारी सीजन में (खाद्य पदार्थों की कीमतों में) किसी भी तरह की वृद्धि की उम्मीद नहीं कर रहे हैं। उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में कीमतें स्थिर रहेंगी। सचिव ने कहा कि सरकार ने मूल्य स्थिरीकरण सुनिश्चित करने के लिए हाल में कुछ फैसले किए हैं।
सरकार ने हाल ही में अपने पास मौजूद सभी उपायों का प्रयोग किया है फिर चाहे वो व्यापार नीति हो या स्टॉक सीमा मानदंड। चोपड़ा ने कहा कि कीमतों को नियंत्रित करने के लिए और स्थिर रखने के लिए इन उपकरणों का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग किया गया है।
चोपड़ा ने कहा कि नए विपणन वर्ष की शुरुआत में एक अक्तूबर को चीनी का शुरुआती स्टॉक 57 लाख टन था। बुधवार को, सरकार ने त्योहारी सीजन के दौरान घरेलू बाजार में चीनी की उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से चीनी निर्यात पर प्रतिबंधों को इस साल 31 अक्टूबर से आगे और अगले आदेश तक बढ़ा दिया। इससे पहले, प्रतिबंध इस साल 31 अक्टूबर तक लगाए गए थे।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा, “चीनी (कच्ची चीनी, सफेद चीनी, परिष्कृत चीनी और जैविक चीनी) के निर्यात पर प्रतिबंध 31 अक्टूबर,2023 से अगले आदेश तक बढ़ाया गया है। अन्य शर्तों में कोई बदलाव नहीं होगा।”
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