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इमैनुअल मैक्रों (फाइल फोटो)
– फोटो : Facebook
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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भारत में हुए जी20 सम्मेलन में भाग लेने के बाद रविवार को बांग्लादेश पहुंचे। खास बात यह है कि 33 वर्षों में किसी फ्रांसीसी राष्ट्रपति की बांग्लादेश की यह पहली ऐतिहासिक यात्रा है। दो दिवसीय दौरे पर आए राष्ट्रपति मैक्रों को सर्वोच्च राजकीय सम्मान के तौर पर 21 तोपों की सलामी दी गई।
दोनों नेताओं ने भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। अब मैक्रों और हसीना सोमवार को द्विपक्षीय बैठक करेंगे। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों नेताओं के दो द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर करने और एक संयुक्त प्रेस वार्ता को संबाधित करने की उम्मीद है।
1990 में राष्ट्रपति फ्रेंकोइस मिटर्रैंड की ढाका यात्रा के 33 साल बाद मैक्रों बांग्लादेश का दौरा करने वाले दूसरे फ्रांसीसी राष्ट्रपति हैं। विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमन ने कहा कि बांग्लादेश और फ्रांस वार्ता के दौरान जलवायु परिवर्तन और विनियमित प्रवासन जैसे मुद्दों पर चर्चा के अलावा अपने बीच व्यापार और निवेश बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
फ्रांस के राष्ट्रपति सोमवार को बंगबंधु मेमोरियल म्यूजियम में राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को श्रद्धांजलि देंगे। फ्रांसीसी राष्ट्रपति के साथ अन्य लोगों के अलावा यूरोप और विदेश मामलों की मंत्री कैथरीन कोलोना भी हैं। मैक्रों के निमंत्रण पर हसीना ने नवंबर 2021 में फ्रांस का दौरा किया।
1990 के दशक की शुरुआत में द्विपक्षीय व्यापार संबंध बढ़ने शुरू हुए, जबकि बांग्लादेश और फ्रांस के बीच कुल व्यापार 210 मिलियन यूरो से बढ़कर आज 4.9 बिलियन यूरो हो गया है और फ्रांस बांग्लादेश का 5वां सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। बांग्लादेश के व्यापार अधिकारियों ने कहा कि फ्रांसीसी कंपनियां अब इंजीनियरिंग, ऊर्जा, एयरोस्पेस और जल क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों में शामिल हैं।
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