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अमर उजाला नेटवर्क, हाथरस
Updated Tue, 10 Oct 2023 12:54 AM IST
जलेसर रोड स्थित कांशीराम कॉलोनी
– फोटो : संवाद
विस्तार
कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना के तहत जो घर बेघरों को रहने के लिए सरकार की तरफ से मुफ्त में दिए गए थे, उनकी जांच में चौंकाने वाली स्थिति सामने आई है। सत्यापन टीम की रिपोर्ट में पता चला है कि कि पांच आवंटियों ने अपने आवास बेच दिए हैं, जबकि 185 आवासों में वह लोग कब्जा जमाए हुए हैं, जिन्हें इनका आवंटन ही नहीं हुआ है। 273 आवासों पर ताले लटके मिले। इस आधार पर जिला प्रशासन ने 476 आवासों का पुन: आवंटन करने का फैसला लिया है।
कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना (प्रथम चरण) में जलेसर रोड पर 1500 आवास बनाए गए थे। इन आवासों का आवंटन भी पात्रता के आधार पर किया गया था। इनमें आवंटियों के न रहने के संंबंध में प्रशासन को शिकायतें मिल रही थीं। शिकायतों के आधार पर डीएम अर्चना वर्मा ने आवासों के भौतिक सत्यापन के लिए टीम गठित की। सतयापन में 33 आवास मौके पर रिक्त पाए गए।
पांच आवास ऐसे पाए गए, जिन्हें आवंटियों ने बेच दिया है। जिला परियोजना अधिकारी डूडा नवनीत शंखवार ने बताया कि 1500 में से 476 आवासों को रिक्त कराकर पुनः उनका आवंटन कर शहरी बेघरों को लाभान्वित किया जाएगा। इच्छुक व्यक्ति/आवेदक कार्यालय जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) कलेक्ट्रेट परिसर में अपने समस्त दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकते हैं।
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