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Israel Hamas War
– फोटो : Social Media
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इस्राइल-हमास के बीच पिछले नौ दिनों से युद्ध जारी है। इस दौरान गाजा पट्टी में मृतकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। मामला इस हद तक पहुंच गया है कि वहां अब शव दफनाने के लिए जगह तक नहीं बची है। गाजा में फलस्तीनी लोगों के शवों को अब आइसक्रीम के वैनों में भरना पड़ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फलस्तीन के दीर अल-बाला शहर में स्थित शुहादा अल-अक्सा अस्पताल के डॉ. यासर अली ने बताया कि अस्पताल के मुर्दाघर में केवल 10 शवों को रखने की ही जगह बची है। कब्रिस्तान में भी जगह नहीं है कि लोगों को दफनाया जा सके। इसलिए मजबूरी में हमें शवों को आइसक्रीम के वैनों में रखना पड़ा रहा है। डॉक्टर ने बताया कि विडंबना देखिए कि आइसक्रीम के वैन के बाहर मौज-मस्ती करते हुए बच्चों की तस्वीर लगी हुई है और उसके अंदर शव पड़े हुए हैं।
गाजा पट्टी संकट में है
डॉ. अली ने बताया कि हमने अस्पताल के मुर्दाघर, वैक्लपिक मुर्दाघर सब भर गए हैं और तो और 20-30 शवों को तो तंबू में भी रखा है। बावजूद इसके जगह की कमी है। गाजा पट्टी संकट में है। अगर यह कुछ दिन और चल गया तो शवों को दफनाने वाला भी नहीं बचेगा। सभी कब्रिस्तान भरे हुए हैं। नए कब्रिस्तान की आवश्यकता है। फलस्तीनी वरिष्ठ अधिकारी सलामा मारौफा ने बताया कि आपूर्ति के लिए गाजा में सामूहिक कब्रें तैयार की जा रही हैं, जिसमें एक साथ 100 शवों को दफनाया जा सके। हालांकि, युद्ध के कारण मृतकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
गाजा लोगों को नेतन्याहू को धमकाया
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा के लोगों को धमकी दी है कि वह उत्तरी गाजा के इलाकों को खाली कर दें, नहीं तो वे पूरे शहर को तबाह कर देंगे। पूरा शहर बर्बाद हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने गाजा के लोगों के उत्तरी इलाका खाली करने का समय देते हुए कहा था कि अगर शहर दिए गए समय में खाली नहीं किया गया तो बाद में सभी रास्ते बंद कर दिए जाएंगे। इस्राइल ने हमास को खत्म करने के लिए यह फरमान दिया है। हालांकि, वैश्विक स्तर पर कई नेता नेतन्याहू के फरमान की आलोचना कर रहे हैं।
उत्तरी गाजा खाली करने का आदेश बेहद खतरनाक : गुटेरस
विश्व निकाय के महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने एक दिन पहले कहा था कि इस्राइल का उत्तरी गाजा में करीब 11 लाख लोगों को 24 घंटे में क्षेत्र छोड़ने की चेतावनी बेहद खतरनाक है। यह कतई संभव नहीं है। उन्होंने कहा, युद्ध के भी कुछ नियम होते हैं। यह आदेश संयुक्त राष्ट्र के सभी कर्मियों और उन लोगों पर भी लागू होता है, जिन्होंने स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र और क्लीनिक समेत संयुक्त राष्ट्र केंद्रों में शरण ली हुई है। गुटेरस ने कहा, घनी आबादी वाले युद्ध क्षेत्र में 10 लाख से अधिक लोगों को बिना भोजन, पानी वाली जगहों पर जाने के लिए कहना खतरनाक है।
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