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खुफिया
– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई
Movie Review
खुफिया
कलाकार
तब्बू
,
वामिका गब्बी
,
अली फजल
,
आशीष विद्यार्थी
,
अतुल कुलकर्णी
,
अजमेरी हक
,
ललित परिमू
,
शताफ फिगार
और
नवनींद्र बहल
लेखक
रोहन नरूला
और
विशाल भारद्वाज
निर्देशक
विशाल भारद्वाज
निर्माता
विशाल भारद्वाज
और
रेखा भारद्वाज
ओटीटी
नेटफ्लिक्स
विशाल भारद्वाज से मैं अरसे तक बहुत नाराज रहा हूं। और, वह इसलिए कि ‘जंगल जंगल बात चली है पता चला है’ की धुन के साथ उनसे बना राब्ता बीते 14 साल में धीरे धीरे अपना असर खोता गया। विशाल ने जब फिल्म ‘माचिस’ का संगीत दिया तो यूं लगा कि हिंदी सिनेमा में साज, साजिंदों और आवाजों की इज्जत अभी कम नहीं हुई है। उस बात को भी गिनने बैठें तो ऐसा लगेगा कि हम बीते जमाने की बातें कर रहे हैं। बात है भी बीते जमाने की लेकिन ‘खुफिया’ नए जमाने, नए दौर और नए चलन की फिल्म है। ये उन विशाल भारद्वाज की फिल्म है जिनकी आखिरी फिल्म ‘पटाखा’ कोई पांच साल पहले रिलीज हुई। और, जिनकी किसी फिल्म की तारीफ में कुछ लिखे हुए मुझे 14 साल हो गए हैं। उन्हें जानने वाले इस बीच तरह तरह की बातें उनके बारे में करते। कोई उनके लिए संवेदनाएं जताता तो कोई यहां तक कहता कि ये काम इसलिए उन्होंने विशाल से कराया क्योंकि वह इन दिनों परेशान हैं। लेकिन, विशाल का वक्त ‘खुफिया’ से फिर बदलने वाला है।
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