पिछले एक दशक में वैश्विक स्तर पर जिन रोगों के कारण मृत्यु के सबसे ज्यादा मामले रिपोर्ट किए गए हैं, उनमें हार्ट अटैक और स्ट्रोक की समस्या प्रमुख रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में स्ट्रोक के कारण दुनियाभर में 66 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, स्ट्रोक का खतरा युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक किसी को भी हो सकता है, इससे बचाव के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। हालिया अध्ययन की रिपोर्ट में कहा गया है, समय के साथ स्ट्रोक के जोखिम बढ़ते जा रहे है, इससे मौत के आंकड़ों के बढ़ने की भी आशंका है।
एक हालिया रिपोर्ट में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा, आगे दो-ढाई दशक में स्ट्रोक के बड़े जोखिम के तौर पर उभरने की आशंका है, इसको लेकर अलर्ट रहना बहुत जरूरी है। विश्व स्ट्रोक संगठन और लैंसेट न्यूरोलॉजी कमीशन ने अध्ययन में कहा, 2050 तक निम्न और मध्यम आय वाले देशों (एलएमआईसी) में स्ट्रोक से होने वाली मौतों के आंकड़े 86 प्रतिशत से बढ़कर 91 प्रतिशत हो सकती हैं।