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![सिपाही प्रियंका की कहानी: पहले सस्पेंड फिर इस्तीफा; सेवा में वापसी हुई पर 48 घंटे में ही गई नौकरी, जानें वजह UP Police Lady Constable Priyanka Mishra Case New twist lost her job within 48 hours resigned](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/10/22/lady-constable-priyanka-mishra_1697953417.jpeg?w=414&dpr=1.0)
Lady Constable Priyanka Mishra
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा में रील से ट्रोल होकर त्यागपत्र देने वाली महिला सिपाही प्रियंका मिश्रा की सेवा में वापसी और 48 घंटे के भीतर ही आदेश निरस्त होने का मामला चर्चा में बना हुआ है। कमिश्नरेट के बाबू ने तथ्य छिपाकर आदेश कैसे करा लिया। प्रार्थना पत्र की जांच एसीपी मुख्यालय को दी गई थी।
इस प्रकरण में अकेला बाबू ही दोषी है या अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं, अब इन सभी बिंदुओं की जांच होगी। करीब 25 माह पहले सेवा से त्यागपत्र दे चुकी महिला आरक्षी प्रियंका मिश्रा ने सेवा में वापसी के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। त्यागपत्र पूर्व में स्वीकार हो चुका था। महिला सिपाही से ट्रेनिंग के दौरान खर्चे के लिए रुपये जमा कराए गए थे।
प्रार्थना पत्र की जांच एसीपी मुख्यालय को दी गई थी। क्या एसीपी मुख्यालय ने अपनी जांच में इन तथ्यों का खुलासा किया था। यदि नहीं तो वह त्यागपत्र की तह तक क्यों नहीं गए। प्रार्थना पत्र पर उनकी रिपोर्ट के बाद सेवा में वापसी की फाइल तैयार हुई। प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय भेजा जाना था।
तथ्य छिपाकर पुलिस आयुक्त से सिपाही की सेवा में वापसी का आदेश करा लिया गया। आरोपी बाबू जितेंद्र ने किस लालच में यह कदम उठाया। पुलिस महकमे में यह प्रकरण चर्चा का विषय बना रहा।
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