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एक हालिया रिपोर्ट में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा, आगे दो-ढाई दशक में स्ट्रोक के बड़े जोखिम के तौर पर उभरने की आशंका है, इसको लेकर अलर्ट रहना बहुत जरूरी है। विश्व स्ट्रोक संगठन और लैंसेट न्यूरोलॉजी कमीशन ने अध्ययन में कहा, 2050 तक निम्न और मध्यम आय वाले देशों (एलएमआईसी) में स्ट्रोक से होने वाली मौतों के आंकड़े 86 प्रतिशत से बढ़कर 91 प्रतिशत हो सकती हैं।
स्ट्रोक के जोखिमों और आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि साल 2020 में स्ट्रोक से मरने वालों की संख्या 66 लाख लोग थी जिसके 2050 तक 97 लाख तक पहुंचने की आशंका है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी स्ट्रोक का प्रमुख जोखिम हो सकती है, इसपर कम उम्र से ही विशेष ध्यान दिए जाते रहने की जरूरत है।
स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क के हिस्से में रक्त की आपूर्ति बाधित या कम हो जाती है। मस्तिष्क के ऊतकों को रक्त और ऑक्सीजन न मिल पाने की स्थिति में चलने, बोलने और समझने में परेशानी से लेकर लकवा, हाथ-पैर के सुन्न होने और गंभीर स्थितियों में जान जाने का भी जोखिम रहता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, कुछ स्थितियां स्ट्रोक के लिए आपके जोखिमों को बढ़ाने वाली हो सकती हैं। शोधकर्ताओं ने पाया शराब या धूम्रपान का सेवन करने वालों में स्ट्रोक होने का जोखिम हो सकता है। इसके अलावा अनियंत्रित ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की समस्या भी आपमें स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाने वाली हो सकती है। ये सभी स्थितियां रक्त वाहिकाओं को क्षति पहुंचाती हैं जिससे आपमें स्ट्रोक का जोखिम अधिक हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, BE FAST ऐसा तरीका है जिससे समय रहते स्ट्रोक का पता लगाया जा सकता है।
- B (Be watchful) अचानक संतुलन बिगड़ने से सावधान रहें।
- E (Eyes Problem) एक या दोनों आंखों में अचानक दृष्टि हानि होने या दोहरी दृष्टि का अनुभव।
- F (Face) व्यक्ति को मुस्कुराने के लिए कहें, चेहरे के एक या दोनों तरफ मांसपेशियों की कमजोरी या लकवा की जांच करें।
- A (Arms) स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्ति की अक्सर एक तरफ की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। उन्हें अपने हाथों को ऊपर उठाने के लिए कहें। यदि उनमें कमजोरी है, हाथ अचानक ढीला होकर नीचे की ओर गिर जाता है तो सावधान हो जाइए।
- S (Speak). स्ट्रोक के कारण अक्सर व्यक्ति बोलने की क्षमता खो देता है। उन्हें बोलने में दिक्कत या आवाज फंसने की समस्या हो सकती है।
- T (Time) इस तरह की समस्याएं हो रही हैं तो ये समय है कि आप तुंरत डॉक्टर के पास जाएं और मदद लें।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, स्ट्रोक से बचाव के लिए जरूरी है कि अपनी लाइफस्टाइल को ठीक रखें।
- स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करें। इससे वजन को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है।
- नियमित शारीरिक गतिविधि करें।
- धूम्रपान-शराब से बिल्कुल दूरी बनाकर रखें।
- कोलेस्ट्रॉल-रक्तचाप और मधुमेह को कंट्रोल करें।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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